Red Alert in Uttarakhand, 12 अगस्त: Uttarakhand में लगातार बारिश के कारण गंगा और अन्य नदियां उफान पर हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन से लोग परेशान हैं, जिससे यातायात में दिक्कतें हो रही हैं। राज्य में 164 सड़कें बाधित हैं और बारिश के कारण कई राष्ट्रीय राजमार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं।
गौरीकुंड में अब तक 07 शव मिले हैं और बारिश के साथ-साथ बड़ी आपदाएं भी आ रही हैं। राज्य में 16 अगस्त तक अत्यधिक बारिश की संभावना है और इसके लिए red alert और yellow alert जारी किए गए हैं।
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Dehradun सहित पूरे राज्य में सुबह से ही बादलों की छाया दिख रही है और बारिश बंद नहीं हो रही है। सूर्य बादलों के पीछे छिपे हुए हैं और दोपहर में तेज बारिश हो रही है। आज शहर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक के साथ बरसात की संभावना है और इसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। गंगा का जलस्तर हरिद्वार में खतरे के निशान से नीचे है और कई अन्य नदियां भी बह रही हैं।
Kedarnath मार्ग पर गौरीकुंड में भूस्खलन के बाद कई लोग लापता हुए हैं और सर्च अभियान जारी है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में और भी भारी बारिश की संभावना है और यह कई जिलों में येलो और रेड अलर्ट के साथ आ सकती है।
आपदा परिचालन केंद्र के बुलेटिन के अनुसार कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और संबंधित विभाग द्वारा सड़कों को खोलने का काम जारी है।
यह सब घटनाएँ उत्तराखंड में बरसात की बढ़ती हुई आपदाओं का परिणाम है। लोगों को यातायात में दिक्कतें आ रही हैं, सड़कों की बाधा और बारिश से नुकसान हो रहा है। आपदा प्रबंधन अवश्यक है, जिससे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। आगामी दिनों में भारी बारिश की संभावना है, इसलिए सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है और उन्हें आदर्श तैयारियों का पालन करना चाहिए।
सरकार और संबंधित अधिकारियों के प्रयासों से लोगों को सहायता प्राप्त हो रही है, लेकिन आपदाओं से बचाव में आम जनता का भी योगदान आवश्यक है। इस दुश्मनी से लड़ने के लिए हमें एकजुट होकर उन्नति की ओर बढ़ना होगा।